Monday, 27 November 2023

प्यारा लगने लगा ये वनवास मुझे

 नहीं रही घर आगमन की आस मुझे

प्यारा लगने लगा ये वनवास मुझे


मोह खत्म हुआ अब रिश्तों की डोर का

राह दिखा रहा बुद्ध का संन्यास मुझे


समाधि में वैभव की चाह कहां

नहीं बुरा लगता मेरा उपहास मुझे


किसी लम्स में अब अना कैसी

शांत कर देता है ईश का आभास मुझे


~ Ayush Suryavanshi

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